बुद्ध विहार को मुक्त कराकर बौद्ध भिक्षुओं को सम्मान सहित बुद्ध विहार में पुनः स्थापित कराने हेतु निर्णायक जंग लड़ेगा जसद : क्रन्तिकारी गौरव सिंह
( विश्व स्तरीय बौद्ध विरासत बचाने हेतु प्रत्येक स्तर की कुर्बानी देने और लेने के दृढ़संकल्प के साथ योगी सरकार के साथ निर्णायक जंग - ऐ - बौद्ध विरासत बचाओं आंदोलन के मैदान में कूदा जसद : जागरूक समाज़ दल जसद )
सम्पूर्ण विश्व का इतिहास साक्षी हैँ कि विश्व गुरु तथागत गौतम बुद्ध ने बौद्ध धम्म देशना में अकारण हिंसा न करने का सन्देश सम्पूर्ण विश्व के मानव कल्याण हेतु दिया हैँ . लेकिन ज़ब इन्सान के स्वाभिमान - सम्मान , असितत्त्व - अस्मिता , विरासत - बजूद के ऊपर भीषण संकट आ जाये या अन्य कोई भी इन्सान - शक्ति , सत्ता हमलाबर हो जाये तो प्रत्येक स्तर की कुर्बानी देने और लेने का भी सन्देश बुद्ध के बौद्ध धम्म में मौजूद हैँ . उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज़ योगी सरकार द्वारा आरएसएस के इशारे पर प्रशासन द्वारा बदायूँ में विश्व बिजेता सम्राट अशोक महान द्वारा निर्मित विश्व धरोहर अन्तरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटन स्थली मझिया गाँव के सूरज कुण्ड पर स्थिति बौद्ध बिहार में बुद्ध प्रतिमा तोडना और बौद्ध धम्म भिक्षुओं को अतिआपत्तिजनक ढंग से अपमानित करते हुये बुद्ध बिहार से उनका समान बाहर फेंक कर बुद्ध विहार से बंचित कर देने के खिलाफ जागरूक समाज़ दल जसद निर्णायक " जंग - ऐ - बौद्ध विरासत बचाओं जनआंदोलन " के दौरान प्रत्येक स्तर की कुर्बानी देने और लेने के दृढ़संकल्प के तहत निर्णायक जंग के मैदान में कूद गया है . विश्व धरोहर एवं बौद्ध विरासत बचाने हेतु जसद सड़क से लेकर सांसद तक जंग लड़ेगा . उक़्त बिचार जागरूक समाज़ दल जसद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष क्रन्तिकारी गौरव सिंह ने आज बदायूँ में दैनिक अमर उजाला के साथ एक ख़ास मुलाक़ात के दौरान व्यक़्त किये हैँ .
जिला मुख्यालय बदायूँ के होटल जेपी पैलिस में अमर उजाला के साथ ख़ास मुलाक़ात के दौरान जागरूक समाज़ दल जसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष क्रन्तिकारी गौरव सिंह ने उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज़ योगी सरकार को खुली चेतावनी देते हुये कहा हैँ कि अभी तो हम और हमारा जसद योगी सरकार को लोकतान्त्रिक ढंग से समझा रहे हैँ और समय रहते अबिलम्ब बदायूँ के बौद्ध पर्यटन स्थली पर निर्मित बुद्ध बिहार प्रकरण को सुलझाने हेतु ठोस कामगार कदम उठाते हुये अबिलम्ब बुद्ध बिहार को मुक्त कराकर बौद्ध भिक्षुओं को सम्मान सहित बुद्ध विहार में पुनः स्थापित करायें . एवं बदायूँ की बहुसंख्यक आवाम को अमन - चैन की जिन्दगी जीने दें . अगर अबिलम्ब योगी सरकार हमारी और जसद की माँग को स्वीकार नहीं करती हैं . तो जसद विश्व धरोहर एवं बौद्ध विरासत बचाने हेतु बौद्ध विरासत बचाओ जनआंदोलन करने पर मजबूर होगा और जनआंदोलन के तहत निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रत्येक स्तर की कुर्बानी देने और लेने में कोई भी शर्म और संकोच नहीं करेगा . हम मीडिया के माध्यम से योगी सरकार को बता देना चाहते हैँ कि जागरूक समाज़ दल जसद द्वारा निर्धारित बौद्ध विरासत बचाओ जनआंदोलन को सफल बनाने हेतु अभय समाज़ पार्टी , भारतीय नवक्रान्ति पार्टी , महान समता पार्टी , नेशनल लोकतान्त्रिक पार्टी , शोषित समाज़ दल आदि एवं अर्जक संघ , व्यवस्था परिवर्तन संघ , जनहित समानता कोंफेन्स , बंचित जनक्रान्ति मोर्चा आदि सामाजिक संगठन दृढ़संकल्प के साथ अपने सिर पर कफ़न बाँध कर निर्णायक जंग के मैदान में आ चुके हैँ . अब जसद फैसला योगी सरकार के ऊपर छोड़ता हैँ . कि योगी सरकार आखिर चाहती क्या हैँ ? हम प्रत्येक स्तर से तैयार हैँ .
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