हम भारती न्यूज़
संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार
छपरा में मतदान केंद्र की युक्तिकरण को लेकर डीएम ने राजनैतिक दलों के साथ की बैठक
जिले में 471 मतदान केंद्र बढ़ाने का प्रस्ताव
3039 से बढ़कर 3510 हो जाएगी मतदान केंद्रों की संख्या
भारत निर्वाचन आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण व पुनरीक्षण पूर्व गतिविधि के तहत मतदान केंद्रों के युक्तिकरण को लेकर सोमवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी श्री अमन समीर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों व सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी ने भाग लिया। मौके पर सांसद श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक श्री रामानुज प्रसाद, श्री जितेन्द्र राय, श्री सत्येन्द्र कुमार यादव, श्री सुरेन्द्र राम विशेष रूप से मौजूद थे। जिलाधिकारी महोदय ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशानुसार 12 सौ मतदाताओं पर बूथ का गठन किया जाना है। पूर्व में 15 सौ मतदाता की संख्या पर जिले में कुल 3039 बूथ थे। युक्तिकरण के दौरान कुल 471 नए बूथ निर्माण का प्रस्ताव है। इस प्रकार यह संख्या बढ़कर 3510 हो जाएगी। उन्होंने बताया कि आयोग के दिशा निदेश के अनुसार बूथ निर्माण में भवन को यथावत रहने देने का प्रयास किया गया है। ताकि मतदाताओं को कोई परेशानी न हो। सभी नए बूथ पूर्व के भवन परिसर में ही रहने दिया गया है। मात्र आठ बूथ के भवन परिवर्तित करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि आयोग के कार्यक्रम के अनुसार आज मतदान केंद्र सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। आगामी छह जुलाई तक आपत्ति, सुझाव व प्रस्ताव आमंत्रित हैं। संबंधित ईआरओ स्वयं उनकी जांच कर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से समय पूर्व सुझाव देने का आग्रह किया ताकि समय रहते निर्णय लिया जा सके। बैठक में मौजूद ईआरओ से सुझावकर्ता से भी संपर्क करने का निदेश दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि नौ और जुलाई को पुनः बैठक कर सुझाव के फलाफल पर विचार विमर्श किया जाएगा। 12 जुलाई को प्रस्ताव निर्वाचन विभाग को प्रेषित कर दी जाएगी। 18 जुलाई तक आयोग से स्वीकृति प्रदान किए जाने की तिथि निर्धारित है। एक अगस्त को अंतिम मतदान केंद्र सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।
मौके पर जिलाधिकारी ने विशेष गहन पुनरीक्षण का उल्लेख करते हुए स्पष्ट किया कि जिन मतदाताओं के नाम 2003 की मतदाता सूची में शामिल थे उन्हें या उनके पुत्र-पुत्री को कोई कागज देने की आवश्यकता नहीं है। केवल मतदाता सूची की स्व अभिप्रमाणित प्रति को अपलोड करना होगा। उन्होंने बताया कि 2003 की मतदाता सूची आयोग के वेबसाईट पर प्रकाशित किया जा चुका है। कोई भी व्यक्ती स्वयं अपना नाम देख सकता है या अपना गणना फॉर्म अपलोड कर सकता है। बिहार या बाहर रहने वाला मतदाता भी अपना हस्ताक्षर कर आवश्यक कागजात के साथ फॉर्म अपलोड कर सकता है। उन्होंने बताया कि गणना फॉर्म लेकर हमारे बीएलओ हर घर हर एक मतदाता तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीएलओ की मदद के लिए बीएलओ सुपरवाइजर को तैनात करने के साथ ही विकास मित्र, पंचायत सेवक, टोला सेवक, एनएसएस, एनसीसी, जिविका आदि को वोलेंटियर के रूप में लगाया गया है। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों से उनके बीएलओ के माध्यम से सहयोग करने की अपील की।
उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने युक्तिकरण की पूरी प्रक्रिया और कार्यक्रम बताते हुए जानकारी दिया कि एकमा विधान सभा में 48 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है।जिससे पूर्व से स्थापित 308 बूथ बढ़कर 356 हो जाएंगे।
मांझी विधान सभा में 54 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है।जिससे पूर्व से स्थापित 309 बूथ बढ़कर 363 हो जाएंगे।
बनियापुर विधान सभा में 50 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 327 बूथ बढ़कर 377 हो जाएंगे। तरैया विधान सभा में 39 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 315 बूथ बढ़कर 354 हो जाएंगे। मढ़ौरा विधान सभा में 39 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 294 बूथ बढ़कर 333 हो जाएंगे। छपरा विधान सभा में 42 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 331 बूथ बढ़कर 373 हो जाएंगे। गरखा विधान सभा में 54 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 306 बूथ बढ़कर 360 हो जाएंगे। अमनौर विधान सभा में 55 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 275 बूथ बढ़कर 330 हो जाएंगे। परसा विधान सभा में 46 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 281 बूथ बढ़कर 327 हो जाएंगे। सोनपुर विधान सभा में 44 नए बूथ जोड़ने का प्रस्ताव है। जिससे पूर्व से स्थापित 393 बूथ बढ़कर 337 हो जाएंगे।