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संवाददाता मोहम्मद अशरफ जिला ब्यूरो चीफ सारण बिहार
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के आधार हैं सेक्टर पदाधिकारी-जिलाधिकारी
चुनाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य, किसी भी कोताही पर होगी सख्त कार्रवाई: वरीय पुलिस अधीक्षक
सेक्टर ऑफिसर प्रतिनियुक्ति के साथ ही सीधे चुनाव आयोग के अधीन हो जाते हैं। उनका कार्य निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका दायित्व सबसे पहले शुरु होकर अंत तक रहता है। उक्त बातें जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी श्री अमन समीर ने बुधवार को भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह में आयोजित सेक्टर अधिकारियों व सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के प्रथम प्रशिक्षण में कहीं। उन्होंने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी चुनाव की धुरी हैं। क्षेत्र में आप ही प्रशासन की आंख और कान हैं।
वलनरेबल क्षेत्र और क्रिटिकल बूथ की करें पहचान
जिलाधिकारी ने कहा कि सबसे पहले आपको वलनरेबल क्षेत्र और क्रिटिकल बूथ की पहचान करनी है। इसके लिए उन्होंने विभिन्न मापदंड को विस्तार से बताया। कहा कि आपके पास आवंटित किए गए बूथों का नजरी नक्शा, रूटचार्ट और कम्युनिकेशन प्लान होना चाहिए। मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर भौतिक सत्यापन करें। इस दौरान एएमएफ और पहुंच पथ आदि की रिपोर्ट पूरी करें। इलाके का भ्रमण करते हुए आसूचना एकत्र कर भेद्यता मानचित्रण करें और प्रदान किए गए फॉर्मेट में स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके आधार पर ही कार्रवाई होती है और अर्द्ध सैनिक व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाती है। आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आपको मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की पूर्ण जानकारी हो। ताकि क्षेत्र में उसका अनुपालन सुनिश्चित हो सके।
निहित होती है मजिस्ट्रेट की शक्ति
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए आप प्रथम आधार हैं। चुनाव के पूर्व आपको मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त हो जाती है। लॉ ऐंड ऑर्डर का संधारण भी आपके जिम्मे रहता है। उन्होंने क्या करें और न करें पर विस्तार से प्रकाश डाला।बताया कि इवीएम की सुरक्षा से लेकर टैग बूथों के पोलिंग पार्टी के मतदान केंद्र तक पहुंचने, बूथ पर मॉक पोल से लेकर, सीलिंग, वास्तविक पोल, विभिन्न घोषणा आदि आपकी निगरानी में होने हैं। पोल्ड इवीएम के बज्रगृह में जमा होने और आपको मिले रिजर्व ईवीएम आवश्यकता पड़ने पर मशीन को बदलना और तत्काल उसकी रिपोर्टिंग करना आपकी जवाबदेही है। आपको इवीएम परिचालन भी ठीक ढंग से समझ लेना चाहिए।
प्रथम रिस्पांडर होते हैं सेक्टर
वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने अपने संबोधन में कहा कि सेक्टर किसी भी घटना या एक्टिविटी के प्रथम रिस्पांडर हैं। इसलिए आपको अपने क्षेत्र का फीड बैक पूरी तरह रहना चाहिए। अपने थानाध्यक्ष से संवेदनशील बूथ और भेद्य क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि चुनाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य है। इसमें जरा भी कोताही अक्षम्य है। सीधे चुनाव आयोग कार्रवाई करता है। इसलिए सभी लोग अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहेंगे। ऐसी सूचना आने पर संबंधित अधिकारी या कर्मी के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा। उन्होंने आपसी समन्वय बना कर सामंजस्य बना कर काम करने का निदेश दिया।
पीपीटी के माध्यम से समझाया गया कार्य व दायित्व
उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री जावेद एकबाल ने पीपीटी के माध्यम से नियुक्ति से लेकर चुनाव पूर्व, चुनाव वाले दिन और चुनाव समाप्ति तक के सभी कार्यों को बेहद सूक्ष्मता से समझाया। उन्होंने प्रदान किए गए किट और उसमें मौजूद विभिन्न प्रपत्र की उपयोगिता और उसे भरने के तरीके को गहनता से समझाया। उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुरूप आपकी समीक्षा बैठक होगी। तब आपके तैयारी की जांच की जाएगी। किसी भी प्रकार की चूक क्षम्य नहीं है। बाद के प्रशिक्षण में इवीएम के संचालन, पोलिंग की प्रक्रिया, पोल रिपोर्टिंग प्रतिवेदन के फॉर्मेट प्रदान किए जाएंगे। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री नीतेश कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री शशि कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर श्री आलोक राज, सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा श्री राहुल कुमार आदि उपस्थित थे।