संवाददाता हम भारती न्यूज़
अज़हर शेख , मुम्बई महाराष्ट्र
पालघर : - ईद मिलाद के दिन (१९.१०.२०२१)मनोर के कुछ धार्मिक कट्टरपंथियों ने मिलकर सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस के ज़िला कार्याध्यक्ष रूफी भूरे के घर, कार्यालय और डिपो पर सवेरे ६ बजे हमला कर के तोड़फोड़ व लूटमार की थी जिसकी शिकायत श्री. भूरे ने मनोर पुलिस में दर्ज करवाई थी।बताया जाता है कि श्री.भूरे उन्हें मोहम्मद पैग़म्बर की ज़ुल्फ़ें मुबारक का दर्शन करने की अनुमति करोना परिस्थितियों के कारण नहीं दे रहे थे।
ज्ञात हो कि रुफी भूरे करीब २० वर्ष अमेरिका में दो अंतर्राष्ट्रीय बैंक में उपाध्यक्ष की हैसियत से काम करने के बाद सन २०१० में अपने पिताजी के आग्रह पर भारत लोटे और तब से वे सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने पिछले दो सालों में कोरोना के दौर में विशेष रूप से समाज की सेवा और प्रशासन की मदद भी की है । बताया जाता है कि मनोर पुलिस ने २१.१०.२०२१ को इन हमला करने वालो के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद रूफी भूरे के ऊपर भी समाज की धार्मिक भावना को दुखाने का FIR दर्ज किया था। उसके बाद पिछले ४५ दिनो में मनोर पुलिस ने हल्ला करने के आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है जिसका कारण लोगों को समझ में नहीं आ रहा है और अब आम जनता से इस विषय पर प्रश्न उठना शुरू हुए है की तोड़फोड़ के आरोपियों के खिलाफ मनोर पुलिस न्यायालय में आखिर कब आरोपपत्र दाखिल करेगी?
मनोर में ईद मिलाद के दिन कट्टरपंथियों द्वारा किये गए हमले के आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई चार्जशीट नहीं ।
दिसंबर 03, 2021
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