वसई में बड़ा हादसा ; 2 लोगो की दर्दनाक मौत , 2 अस्पताल में भर्ती
आकस्मिक मृत्यु नहीं बल्कि हत्या कहते है ; मनोज बारोट
वसई ; वसई विरार शहर महानगरपालिका प्रभाग "जी" अंतर्गत वसई वाघरालपाड़ा कस्बे में बुधवार को सुबह लगभग 6 बजे के आसपास भूस्खलन से एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत हो गई तथा परिवार के दो अन्य सदस्य घायल हो गए,जो अस्पताल में उपचार चल रहा है।अधिकारियों ने यह जानकारी बुधवार को दी।उन्होंने बताया कि स्थानीय अग्निशमनकर्मियों तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मियों ने मौके पर बचाव कार्य शुरू किया, जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि भूस्खलन के बाद, वसई इलाके के वाघरालपाड़ा में स्थित अनिल सिंह (45) के घर पर सुबह साढ़े छह बजे पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिरा।उन्होंने कहा कि हादसे में सिंह और उसकी बेटी रोशनी (16) की मौत हो गई। सिंह की पत्नी वंदना (40) और बेटा ओम (12) मलबे में दब गए थे जिन्हें बाद में अग्निशमनकर्मियों तथा स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि मलबे से अनिल सिंह का शव पूर्वाह्न साढ़े दस बजे निकाला गया और उसकी बेटी का शव अपराह्न लगभग एक बजे निकाला जा सका। पालघर के जिलाधिकारी डॉ माणिक गुरसाल ने कहा कि,बचाव अभियान बाद में रोक दिया गया और मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। वही विविसीएमसी प्रभाग "जी" के कनिष्ठ अभियंता कौस्तुभ तामोरे ने बताया कि सर्वे नं 146 में पहाड़ी के आसपास रुमो को ध्वस्त कर दिया गया है,तकरीबन 15 से ज्यादा रूम तोड़े गए। वही के बाद भाजपा जिलाउपाध्यक्ष मनोज बारोट ने तीखी प्रतिक्रिया जारी कर कहा कि, घर पर चट्टान गिरने से 2 निर्दोष नागरिक ने अपनी जान गवाई है. इस घटना में हुई मृत्यु को आकस्मिक मृत्यु नहीं बल्कि हत्या कहते है, क्योकि पहाड़ तोड़कर इस प्रकार अवैध निर्माण किए जाते है. इसलिए इस हत्या के लिए जितना जिम्मेदार भूमाफिया है उतने ही जिम्मेदार इस अवैध निर्माण को रोकने में असफल रहे उस क्षेत्र के स्थानिक नगरसेवक, मनपा, वनविभाग और महसूल विभाग के संबंधित अधिकारी भी है,इसलिए पुलिस प्रशासन से निवेदन है की, जांच के पश्चात जो भी दोषी है उन पर 2 निर्दोष नागरिकों की हत्या का मामला दर्ज किया जाए।