अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा साथीपार संपर्क मार्ग
हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
पिपरौली ब्लाक के ग्राम सभा साथीपार का मुख्य मार्ग विगत दो वर्षो से टूटकर जगह जगह गड्ढे मे तब्दील हो गया है। जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अगर बरसात पूर्व इसका मरम्मत नहीं हुआ तो यह संपर्क मार्ग तालाब में तब्दील हो जाएगा।
यह साथीपार संपर्क मार्ग खजनी रोड से साथीपार गांव के रास्ते होते हुए बरहुआ के पास नौसढ़ - सहजनवा मार्ग में मिलती है। इसकी कुल लंबाई सवा किलोमीटर के लगभग है। इसी रास्ते गीडा की बड़ी बड़ी गाड़ियों का आवागमन होता रहता है। यह संपर्क मार्ग 1998 के भयंकर बाढ़ में लोगों के लिए जीवनदायिनी का काम किया था। इस मार्ग पर काली माता का स्थान पर सड़क टूटकर गड्ढा हो जाने के कारण 12 महीने पानी जमा रहता है। इसी मार्ग पर एक डिग्री कॉलेज भी है। कालेज के छात्र टूटे सड़क से होकर रोजाना कालेज जाते हैं। साथीपार गांव के ग्रामीणों ने मार्ग के मरम्मत के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने सूचना दिया लेकिन आज तक उनकी समस्याओं का निराकरण नही किया गया। प्रधान मान सिंह, लालजी सिंह, शैलेश सिंह, उमाशंकर सिंह, पराग निषाद, मनोज यादव, कमाले निषाद, सोनू यादव, राजेश, अमित यादव, राजेश्वर निषाद सहित दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि जिला मुख्यालय से यह गांव मात्र आठवें किमी पर है।साथ ही यह मुख्यमंत्री का शहर है लेकिन दो वर्ष से टूटे इस सड़क का खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने सड़क मरम्मत कराने की मांग की है।