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फोन आते ही गांव में गेहूं खरीदने पहुंचेगी टीम फसल समर्थन मूल्य योजना के तहत शत-प्रतिशत किसानों को लाभान्वित कर रही सरकार

 फोन आते ही गांव में गेहूं खरीदने पहुंचेगी टीम 



 फसल समर्थन मूल्य योजना के तहत शत-प्रतिशत किसानों को लाभान्वित कर रही सरकार


मोबाइल क्रय टीम गांव-गांव घर घर किसानों से गेहूं की खरीदारी कर रही आरएफसी


 गेहूं खरीद पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से किसानों को भुगतान 48 घंटे के अंदर डिप्टी आरएमओ


हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल ब्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव


गोरखपुर। किसानों की तरफ से उत्पादित गेहूं का समर्थन मूल्य इस बार शासन ने 2125 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। जनपद में निर्धारित 152 क्रय केंद्रों के अलावा गांव-गांव घर-घर मोबाइल वैन के जरिए किसानों की सुविधा के अनुसार घर घर पहुंच कर 2125 रुपए में सरकार द्वारा निर्धारित ठेकेदारों के जरिए गेहूं खरीद किया जा रहा किसानो के  समय की बर्बादी ना हो सके और किसानों के सुविधा अनुसार किसान अपना गेहूं मोबाइल बैंन के जरिए सरकार को बेच रहे किसानों को अब इधर-उधर भाग दौड़ करने की जरूरत नहीं आरएफसी /अपर आयुक्त अनुज मलिक ने गोरखपुर जनपद सहित मंडल के हर ब्लॉक में आवश्यकता अनुसार 1 से 2 ठेकेदारों को निर्धारित किया है जिनके पास फोन आते ही तत्काल अपने बैन को लेकर किसान के घर पहुंच कर गेहूं खरीद करने का कार्य कर रहे हैं 48 घंटे के अंदर लिए गए गेहूं के मूल्य को उनके खाते में भेजने का कार्य कर रहे हैं जिससे किसानों को भाग दौड़ से समय की बर्बादी से बच  रहे  किसान। जनपद में 152 क्रय केंद्रों पर गेहूं क्रय किए जा रहे हैं इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉक में एक से दो ठेकेदार के जरिए जरूरत के हिसाब से गेहूं क्रय मोबाइल बैन निर्धारित किए गए हैं जो सेक्टर इंचार्ज के देखरेख में किसानों की सुविधा के अनुसार उनके घर घर पहुंच कर गेहूं क्रय करने का कार्य कर रहे हैं इससे किसानों को कहीं आने जाने के लिए भाड़ा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी  और सरकार द्वारा निर्धारित वाजिब मूल्य 2125 रुपए 48 घंटे के अंदर किसान के खाते में एकमुश्त भेज दिया जा रहा।

 शासन ने मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। शासन का निर्देश मिलने के बाद विपणन विभाग मोबाइल टीम गठित कर गांव-गांव गेहूं खरीद करने की कवायद शुरू कर दिया है।पंजीकृत परिवहन ठेकेदार के माध्यम से गांव में ही खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए प्रचार-प्रसार ने जुट गये है जिससे ज्यादे से ज्यादे  किसान मोबाइल बैन का लाभ उठाते हुए अपना गेहूं बेच सकें और इसका लाभ उठा सकें। गांव में खरीद करने के लिए संबंधित केंद्र प्रभारी के साथ राजस्व लेखपाल व पंचायत सचिव को शामिल किया गया है। गांव में खरीद हो इसके लिए किसानों को अपने नजदीकी क्रय केंद्र के प्रभारी को सूचित करना होगा। सूचना के बाद प्रभारी नामित सदस्यों के साथ ग्राम प्रधान के माध्यम से गांव में खरीद मोबाइल वाहन को जाने की सूचना देकर गांव में खरीद कर रही है।

खरीद के दौरान एक ट्रक पूरा होने तक गेहूं को पंचायत भवन में सुरक्षित रखा जा रहा। एक ट्रक गेहूं होने के बाद पंजीकृत परिवहन ठेकेदार के माध्यम से गेहूं की लोडिंग कर उसे एफसीआई भेज दे रहा। गांव में ही खरीद हो इसके लिए मौके पर ही किसानों के पंजीकरण की भी प्रबंध किया गया है किसान को इधर उधर परेशान होने की जरूरत नहीं है। पंजीकृत किसानों से प्वांइट ऑफ परचेज मशीन से आधार बेस खरीद कर 48 घंटे में पीएफएमएस पोर्टल की मदद से भुगतान कर दिया जा रहा है मोबाइल टीम से गांव में गेहूं खरीद को सफल बनाने के लिए गांवों में केंद्र प्रभारी का नाम व मोबाइल नंबर का पोस्टर चस्पा कर प्रचार-प्रसार किया जा रहा। अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जा सके इसके लिए ग्राम प्रधान के माध्यम से किसानों से संपर्क करने के साथ फोन पर बुकिंग की सुविधा दी गई है। किसान फोन पर अपना गेहूं बेचने का पंजीकरण कर सकेगा और संबंधित गांव के प्रधान व कोटेदार खरीद व्यवस्था में सहयोग कर रहे।

मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से गांव में गेहूं बेचने के लिए संबंधित  गांव के अलग-अलग किसानों से खरीद करते हुए कम से कम एक ट्रक गेहूं होने की व्यवस्था केंद्र प्रभारी, ग्राम प्रधान व कोटेदार की मदद से करेगा।जहा मोबाइल टीम गांव में जाकर गेहूं खरीदेगी।

डिप्टी आरएमओ राकेश  ने बताया कि फसल समर्थन योजना को पारदर्शी ढंग से लागू कराने की तैयारी की गई है। मोबाइल क्रय टीम गांव में जाकर मौके पर आधार बेस प्वाइंट ऑफ सेल मशीन से क्रय व भुगतान प्रक्रिया के माध्यम से किसानों से गेहूं खरीद की जा रही योजना से किसानों को परेशानी न हो इसके लिए सभी प्रबंध करते हुए मोबाइल टीम से गेहूं खरीद शुरु करने का निर्देश दिया गया है। गांव में गेहूं खरीद प्रक्रिया की नियमित निगरानी करते हुए किसानों को परेशान करने वाले केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। छोटे किसान के साथ थोड़ी मात्रा में गेहूं होने से वह क्रय केंद्र लाकर बेचने से गुरेज करते हैं। कम गेहूं क्रय केंद्र तक लाने में उन्हें किराया अधिक देना पड़ता था। ऐसे में मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से गांव में ही गेहूं खरीद होने से किसानों के परिवहन व्यवस्था में होने वाला खर्च बचेगा और बिना किसी झंझट के गांव में घर बैठे गेहूं बेच सकेंगे। इस व्यवस्था से किसानों को सुविधा मिलेगी। ज्यादा से ज्यादा किसान मोबाइल बैंन के जरिए अपने गेहूं को बेचने का कार्य सरकार द्वारा निर्धारित 2125 रुपए में बेचने का कार्य करें किसी प्रकार की कोई असुविधा होने पर आरएफसी के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल सूचित करें उसका तत्काल निदान किया जाएगा।

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