शिवम बने एसडीएम घर और शुभचिंतकों में खुशी की लहर
एसडीएम बनाने में अहम भूमिका माता-पिता भाई-बहन दोस्तों का रहा_ शिवम
हम भारती न्यूज़ से गोरखपुर मण्डल व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
गोरखपुर यूपीएससी हो या संघ लोक सेवा आयोग या बिहार लोक सेवा आयोग जब अपना लाल चयनित होता है तो मां-बाप को असीम खुशी की अनुभूत होती है यह कोई तीसरा सोच भी नहीं सकता की नौकरी पाने वाले के माता-पिता कितने खुश हैं आज ऐसा ही वाक्या देखने को मिला गोरखपुर जनपद से प्रकाशित होने वाले हिंदी दैनिक स्वतंत्र जनमित्र कि निदेशक श्रीमती चंदा व अनिल कुमार गुप्ता को अपने होनहार लाडले शिवम को बिहार लोक सेवा आयोग में चयनित होने की खुशी बयां नहीं की जा सकती जो 31 वा रैंक पाने वाले शिवम एसडीम बिहार में तैनात होकर गोरखपुर वासियों का मान सम्मान बढ़ाने का कार्य करेंगे शिवम बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में बहुत ही होनहार थे प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा हाई स्कूल एचपी चिल्ड्रन एकैडमी सिविल लाइंस गोरखपुर इंटरमीडिएट जीएन पब्लिक स्कूल गोरखनाथ गोरखपुर
बीटेक गाजियाबाद व एमबीए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से कर गेस्ट टीचर के पद पर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में अपनी सेवा दे रहे थे तभी सूचना मिली कि शिवम बिहार लोक सेवा आयोग में 31 वा रैंक हासिल कर एसडीम पद पर चयनित हुए हैं की सूचना पर हिंदी दैनिक स्वतंत्र जनमित्र कार्यालय और आवास पर बधाई देने वालों का ताता लग गया श्री शिवम ने बताया कि इस उपलब्धि का श्रेय हमारे माता-पिता भाई-बहनों तथा दोस्तों को जाता है जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में हमारा मनोबल बढ़ाते रहें क्योंकि चार चार बार यूपीएससी की परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर भी हमारे अभिभावक भाई बहनों व दोस्तों ने हमारा मनोबल बढ़ाने में सदैव अपना योगदान देते रहें जिसका नतीजा रहा कि आज हम बिहार लोक सेवा आयोग में प्रथम बार में ही सफलता प्राप्त कर एसडीएम के पद पर चयनित हो गए हैं आगे भी हम आईएएस की तैयारी करते रहेंगे जिससे हम देश की सेवा करने में अपनी सफल यात्रा को प्राप्त कर सकें। शिवम दो भाई दो बहनों में दूसरे नंबर के हैं बड़ा भाई शुभम जिओ इनफॉरमेशन साइंस सेंटर गुवाहाटी में पीएचडी कर रहे हैं बहन अनामिका व अर्पिता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएससी और बीकॉम कर रही है।