पटना के अन्नू व प्रफुल्ल की तलाश में जुटी :- एसटीएफ
जेल में बंद साल्वरों ने कबूला कई लोगों का नाम
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर; सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद जांच में जुटी एसटीएफ को पटना के अन्नू व प्रफुल्ल की तलाश है। जेल गए भेजे गए साल्वर अंजनी सिंह उर्फ मनीष से पूछताछ में टीम को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी। परीक्षा में बायोमीट्रिक कराने वाली संस्था के लोगों की भूमिका भी संदिग्ध है।
बिहार के साल्वर गैंग की सेंधमारी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा की सुचिता बिगाड़ दी। पर्चा लीक होने और बड़ी संख्या में साल्वरों के पकड़े जाने के बाद जांच कर रही एसटीएफ सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
कोतवाली के इस्लामिया कालेज में पकड़े गए स्टेशन मास्टर अंजनी उर्फ मनीष से पूछताछ में एसटीएफ को पटना के रहने वाले अन्नू, प्रफुल्ल के अलावा बायोमीट्रिक कराने वाली फर्म के मैनेजर आकाश राव का नाम बताया। इन लोगों ने साथियों की मदद से परीक्षा में सेंधमारी की गई थी। गीडा के बनौरा गांव का रहने वाला संदीप यादव भी भेद खुलने के बाद फरार है।
रामा यादव भी है महत्वपूर्ण कड़ी
सिपाही भर्ती परीक्षा की उत्तर पुस्तिका देने का दावा करने वाला खोराबार का रामा यादव भी जांच के दायरे में है। कैंट पुलिस ने रामा व साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जिसके बाद पता चला कि बहुत लंबे समय से यह काम कर रहा है। उसने कई लोगों को दारोगा व सिपाही भी बनवा दिया है। भर्ती परीक्षा रद होने के बाद एसटीएफ की टीम रामा यादव के नेटवर्क को भी खंगाल रही है।
कब खुला प्रश्न पत्र का बंडल, मांगी गई जानकारी
समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा की जांच शुरू हो गई है। जांच अधिकारी की ओर से यह जानकारी मांगी गई है, जिसमें जिसमें कोषागार से प्रश्न पत्रों का बंडल प्राप्त करने, केंद्रों पर बंडल पहुंचने व बंडल काटने, कमरे में बंडल भेजने और पैकेट खोलने का समय पूछा गया है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से सूचना परीक्षा के नोडल अधीकारी को उपलब्ध कराई जा रही है।