घर के बाहर फायरिंग के मामलों को लेकर अनशन पर बैठीं कवियत्री मधुमिता की बहन निधि
निधि शुक्ला ने अमर मणि त्रिपाठी और अमन मणि त्रिपाठी को फायरिंग की घटना का ठहराया दोषी
हम भारती न्यूज से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
लखीमपुर खीरी कवियत्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में जेल से छूटे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी पर घर के बाहर फायरिंग कराने का आरोप लगाने वाली मधुमिता की बहन निधि शुक्ला इन मंगलवार से अपने घर पर ही अनशन पर बैठ गई हैं। निधि का कहना है कि वह कांग्रेस पार्टी में रही हैं। लेकिन, कांग्रेस ने अमनमणि को पार्टी में शामिल कर लोकसभा का टिकट भी दे दिया है। यह राहुल गांधी की कैसी न्याय यात्रा है। कांग्रेस हत्यारों को पार्टी ज्वाइन करा रही है।
बता दें कि बीते रविवार तड़के मिश्राना निवासी मधुमिता शुक्ला की बहन निधि के घर के बाहर जोरदार धमाका हुआ था। निधि ने आरोप लगाया था कि उनके घर पर फायरिंग की गई है। इसके पीछे उन्होंने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी का हाथ बताया था और कहा था कि पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी और पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी उनकी हत्या कराना चाहते हैं। इनके गुर्गों द्वारा कई बार मुझे जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ पड़ोसियों से वार्ता करते हुए छानबीन की थी। अभी मामले की जांच चल रही है।
इधर, मंगलवार को कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निधि शुक्ला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। न्याय की बात करने वाले राहुल गांधी जब उनकी बहन मधुमिता और उनके साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं तो आगे वह आम आदमी को क्या न्याय दिलाएंगे। निधि ने पार्टी पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए अमन मणि त्रिपाठी या खुद को पार्टी से निकालने की मांग की। अनशन पर बैठीं निधि ने बताया कि अमन मणि के खिलाफ वह लड़ती रहेंगी।
विधानसभा चुनाव में निधि ने मोहम्मदी सीट से मांगा था टिकट
अनशन पर बैठीं निधि शुक्ला पहले भी संगठन से नाराजगी जता चुकी हैं। वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस से मोहम्मदी सीट से टिकट मांगा था। टिकट न मिलने पर उन्होंने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी जताई थी। अब वह अमन मणि त्रिपाठी को पार्टी में शामिल कर लोकसभा टिकट देने से नाराज हैं। निधि इस वक्त प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्य हैं। उधर, मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल का कहना है कि यह निधि का पारिवारिक मामला है, जो कोर्ट में है। पूरे मामले से हाईकमान को अवगत कराया गया है।