हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
- संभल टीम ने देखा विकसित ग्राम पंचायत हिवरे बाजार का मॉडल, सीखा जल संरक्षण और ग्रामीण समृद्धि का सूत्र
- सीडीओ गोरखनाथ भट्ट के नेतृत्व में संभल टीम ने हिवरे बाजार में जाना समग्र विकास का रहस्य
सम्भल ( बहजोई) 10अप्रैल 2025
संभल जिले के जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट के नेतृत्व में एक 15 सदस्यीय टीम ( जिला विकास अधिकारी राम आशीष, उप कृषि निदेशक अरुण कुमार त्रिपाठी, खंड विकास अधिकारी सम्भल प्रेम पाल सिंह, खंड विकास अधिकारी जुनावई अखिलेश कुमार, खंड विकास अधिकारी असमोली रिजवान हुसैन, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी चेतेन्द्र पाल सिंह,पशु चिकित्सा अधिकारी नागेन्द्र सिंह, सहित एडीओ पंचायत, एडीओ आई एस बी, बीएमएम ,ग्राम प्रधान सम्मिलित रहे) ने महाराष्ट्र के आदर्श ग्राम हिवरे बाजार पंचायत का दौरा किया। यह गांव देशभर में जल संरक्षण, स्प्रिंकल सिंचाई,वाटरशेड प्रबंधन, कृषि उद्यान,पशुपालन और आजीविका संवर्धन के सफल मॉडल के रूप में जाना जाता है। वर्ष 2022 में भारत सरकार से पद्मश्री से सम्मानित पोपट राव पवार सरपंच की अगुवाई में गांव ने वह बदलाव देखा, जिसकी कल्पना कभी कठिन थी। उन्होंने गांव का 'वाटर बजट' बनाया, जिसमें यह तय किया गया कि वर्ष भर में कितनी वर्षा होती है, कितना पानी संरक्षित हो सकता है और किस फसल को कितनी जल-आवश्यकता है। उन्होंने गांव की सबसे पहले शराब की भट्टी बंद कराई, और यह निर्णय लिया कि गन्ने जैसी अत्यधिक जल खपत वाली फसल को खत्म किया जाएगा। इसके स्थान पर किसानों को प्याज, लहसुन और फल की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया। गांव में कई छोटे पानी के टैंक बनाए गए ताकि जल संचयन और सिंचाई सुचारु हो सके। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने उल्लेखनीय पहल की। जब गांव में शिक्षक नहीं थे, तब उन्होंने डीएलएड और बीटीसी विद्यार्थियों से आग्रह कर बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने की व्यवस्था की। उन्होंने हर परिवार को पशुपालन से जोड़ने पर बल दिया। प्रत्येक घर को वृक्षारोपण से जोड़ा ,चारागाह प्रबंधन के तहत चारा संरक्षित करने की तकनीक अपनाई गई जिसमें प्लास्टिक की थैलियों में चारा को 2×15 फीट गड्ढों में दबाया जाता है। एक कमजोर किसान विठ्ठल का उदाहरण भी सामने आया जो मजदूरी किया करते थे, जिनके पास आज 10 देसी ,जर्सी गायें, पशु शेड और स्थायी आमदनी है। एक अन्य किसान ने बताया कि उन्होंने पांच गायों से शुरुआत की थी और आज उनके पास 40 देसी जर्सी गायें, 80 बकरियां और 50 देसी मुर्गियां हैं। यह सभी मुर्गियां गोबर में पड़े अनाज को खाकर पलती हैं, जिससे पूरी तरह ऑर्गेनिक खाद तैयार होती है और खेतों की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। मशीनों से दूध निकाला जाता है वहां पर दूध ₹35 किलो है मुंबई सप्लाई किया जाता है सभी कारोबार सहकारी समितियां के माध्यम से ईमानदारी से किया जाता है गांव में अब पशु आहार सीधे प्रोड्यूसर से खरीदा जाता है, जिससे गुणवत्ता बनी रहती है और लागत में कटौती होती है। पोपट राव पवार ने स्वयं मजदूरी से शुरुआत की थी और आज उनकी मेहनत से गांव में 80 से 90 लोग करोड़पति बन चुके हैं। हिवरे बाजार की सफलता ने देशभर का ध्यान खींचा है। आमिर खान, सचिन तेंदुलकर जैसे कई नामचीन व्यक्तित्वों ने यहां एनजीओ के माध्यम सेआर्थिक सहायता दी है। महाराष्ट्र में अब 1000 मॉडल गांवों पर जल संरक्षण को लेकर शोध चल रहा है। सरपंच पोपट भाई पवार को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार दिया गया है तथा नियमित जल संवाद में आमंत्रित किया जाता है तथा विदेश संस्थाओं द्वारा नियमित इस गांव का भ्रमण कर जल संरक्षण का अध्ययन किया जाता है
सीडीओ गोरखनाथ भट्ट ने बताया कि यह यात्रा अत्यंत शिक्षाप्रद रही। टीम यह संकल्प लेकर लौटी कि हिवरे बाजार की तरह ही जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में संभल जिले के गांवों को भी जल, रोजगार और शिक्षा के आधार पर आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जाएगा।संभल के गांव में मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना के माध्यम से लघु उद्योग स्थापित किए जाएंगे केंद्र तथा राज्य की योजनाओं से संतृप्त किया जाएगा आज हमारे पास सड़कों का सबसे अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर है जिससे कृषि पशुपालन उद्यान विभाग के सहयोग से प्रत्येक परिवार कीआजीविका में वृद्धि की जा सके और अति दोहन करने वाली फसलों को क्रॉप पेटर्न चेंज करके अधिक फायदे वाली फसलों को प्रोत्साहित किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि उनके नेतृत्व में टीम सम्भल अगले दिन महाराष्ट्र के अहिल्याबाई नगर के राष्ट्र प्रसिद्ध पद्म श्री श्री अन्ना हजारे के गांव रालेगांव सिद्धि का भ्रमण किया जहां पर जल संरक्षण तथा वाटर शेड मैनेजमेंट पर कार्य किया गया था समुदाय के सहयोग से रालेगांव सिद्धि लोगों को आजीविका में आत्मनिर्भर बनाया उनके द्वारा आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार भोजन शुद्ध ग्रहण किया जाता है गांव का तैयार किया हुआ मसाला तथा खाद्य पदार्थ गांव वाले सेवन करते हैं।अन्ना हजारे से मुलाकात करने के बाद टीम संभल को अन्ना जी ने अपने आवासीय बच्चों से मिलवाया उनके हिंद स्वराज ट्रस्ट में आवासीय विद्यालय में केवल फेल हुए बच्चों को शिक्षा दी जाती जिनमें से 40 बच्चे राज्य या राष्ट्रीय स्तर के स्कॉलरशिप भी प्राप्त कर चुके है अब तक अन्ना जी ने 750 सौ बच्चों को आवासीय विद्यालय में शिक्षा दिया है शिक्षा के साथ संस्कार, राष्ट्रीय कर्तव्य को सम्मिलित करके ही छात्र का व्यक्तित्व आगे बढ़ता है। जनपद संभल में जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में ग्राम विकास,कृषि और उद्यान विभाग के परामर्श से फसल रोटेशन पर काम किया जाएगा।भूगर्भ जल का अति दोहन फसलों का आच्छादन कम करके अन्य कैशक्रॉप फसलों को बढ़ावा देना उद्देश्य रहेगा विशेष कर फलों तथा किसानों के फायदे वाले फसलों को बढ़ावा देना उचित रहेगा।प्रत्येक विकासखंड में न्यूनतम एक गांव जहां ग्राम पंचायत स्तर पर बेहतर लीडर शिप को लेकर के जन सहयोग से प्रत्येक परिवार को कृषि पशुपालन से लाभान्वित कर गांव को विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।इसमें मिशन शक्ति और लखपति दीदी से महिलाओं को आगे बढ़ने का कार्य होगा। मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना से उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है इसमें गांव पर फोकस रहेगायह टीम वहां पर 2 अप्रैल से लेकर के 3 अप्रैल तक भ्रमण किया तथा जिला प्रशासन अहिल्याबाई नगर के सहयोग से गांव वासियों से संवाद किया गया।
जारी जिला सूचना कार्यालय सम्भल।