हिस्ट्रीशीटर से बना पत्रकार, सतेंद्र शर्मा उर्फ लतेंद्र शर्मा
लतेंद्र शर्मा एक विशेष वर्ग को करता है टारगेट
इस हिस्ट्रीशीटर शुतुरमुर्ग और कुत्ते की शक्ल सरीखा शातिर से रहे सावधान
ब्लैकमेलर सतेंदर शर्मा उर्फ लतेंदर शर्मा ने ब्लैकमेलिंग और रंगदारी से कमा ली है अकूत दौलत
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर पत्रकारिता क्षेत्र में अब गुंडे, एटीएम चोर, हिस्ट्रीशीटर पत्नीहंता ,बहुरूपिए, रंगदारी मांगने वाले ब्लैकमेलर और मस्जिद और मदरसा बनवाने के नाम पर धनउगाही करने वालों ने इंट्री ले ली है उनका सबसे बड़ा अस्त्र सोशल मीडिया बना चुका है....जो कोई इसकी आड़ में किसी भी संभ्रांत और प्रतिष्ठित लोगों को बड़े ही आसानी से टारगेट करके उसे बदनाम कर वसूली करने का धंधा बना रखा है। ऐसे ही एक हिस्ट्रीशीटर सतेंद्र शर्मा उर्फ लतेंद्र शर्मा है,(लात जूते लतखोर को लतेंदर कहते है ) जो इन दिनों अपने कुकर्मों और ब्लैकमेलिंग की घटनाओं से चर्चा में बना हुआ हैं, यह और इसके दो बहरूपिए साथी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आए दिन किसी न किसी को टारगेट करके उसकी खबर चला कर दुष्प्रचार करने का काम कर रहे है सतेंद्र शर्मा उर्फ लतेंद्र शर्मा ऐसे तो मूल रूप से बिहार का रहने वाला यह हिस्ट्रीशीटर अब उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शाहपुर थाना क्षेत्र के ईस्टर्नपुर में हराम की कमाई से अपना आवास बना रखा है, पत्रकारिता जगत में अपनी एक अलग पहचान दिखाने के लिए सिस्टम का सच (वार्षिक मैगजीन ) की आड़ लेकर अनर्गल आरोप लगाकर खबरें चला रहा है जिसका एक लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है जो कि पुलिस रेकॉर्ड में दर्ज है। पुलिस ने इसकी हिस्ट्रीसीट खोलकर कार्रवाई की । जिसमें इसको जेल की हवा भी खानी पड़ी लेकिन जेल से छूटने के बाद इसकी हरकतें कम नहीं हुई,इतना ही नहीं यह शातिर शुतुरमुर्ग कुत्ते की शक्ल सरीखा व्यक्ति ने अपना एक गिरोह बना रखा है इस गिरोह के तमाम सक्रिय सदस्य है जो शहर में घूम-घूम कर इसके इशारे पर लोगों की गुपचुप तरीके से फोटो और वीडियो बनाकर इसे उपलब्ध कराते हैं और एक बंद कमरे में यह बैठकर वहां से सोशल प्लेटफॉर्म पर खबरों को चलाने का धंधा चला रहे है।
अपनी पत्नी का हत्यारा है लतेंदर शर्मा----- लतेंदर के माँ बाप इसके कुकर्मो की वजह से सड़क पर मांग रहे थे इसकी रिहाई की भीख*
इस हिस्ट्रीशीटर ने अपनी दूसरी पत्नी को एक वार्षिक मैगजीन का प्रबंधक बना रखा है और शहर के एक चर्चित भूमाफिया ब्लैकमेलर धर्म के नाम पर धन उगाही करने वाले व्यक्ति को संपादक बनाया है। जिसकी आड़ में वह पत्रकारिता का धौस दिखाकर धमकाने का काम करता है और रंगदारी वसूल करता है। इस गिरोह के एक सदस्य एटीएम चोर ब्लैकमेलर के खिलाफ शाहपुर थाने पर रंगदारी का मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। इसका साफ टारगेट झोलाछाप डॉक्टर और सरकारी हॉस्पिटल होते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लतेंद्र शर्मा पहले मेडिकल लाइन में अपनी किस्मत आजमा चुका है जब इस धंधे में धनउगाही कर बदनाम हो गया तो उसने मेडिकल माफिया के खिलाफ मोर्चा खोला,जानकार बताते हैं कि अभी भी इसका वास्ता मेडिकल माफियाओं के साथ है । गोरखपुर के सत्यम हॉस्पिटल के संचालक से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 25 हजार रुपये लेकर सीएमओ दफ्तर में कार्यरत बाबू की मदद से रजिस्ट्रेशन कराने का भी पुलिस ने इस पर आरोप लगाया है । पुलिस ने जब हिस्ट्रीशीटर पर कार्रवाई की तो इसके परिवार के लिए धरने पर बैठकर प्रशासन से रहम की भीख मांग रहे थे।
इस हिस्ट्रीशीटर के आपराधिक इतिहास की बात करें तो कोतवाली, गुलरिहा, गोरखनाथ, शाहपुर थाने में गंभीर धाराओं में आठ मुकदमा पंजीकृत है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कई राज्यो में लतेंदर शर्मा के खिलाफ कई मामले दर्ज है
लतेंद्र शर्मा काफी मनबढ़ और सर्कसबाज किस्म का शातिर व्यक्ति है कानूनी दांव पेंच की वजह से वह अभी जेल से बाहर आ गया है लेकिन जानकार बताते हैं कि जल्द ही ये अपने असली जगह जेल में जाने वाला है।
लतखोर लतेंदर ने ब्लैकमेलिंग रंगदारी से कमाई अकूत दौलत
यह हिस्ट्रीशीटर शुतुरमुर्ग और कुत्ते की शक्ल सरीखा व्यक्ति ने एक आईपीएस अधिकारी पर भी मनगढ़ंत वसूली का आरोप लगाकर उनकी छवि को खराब करने का भी प्रयास कर चुका है। पत्रकारिता जगत में सम्मानित और प्रतिष्ठित पत्रकारों को भी टारगेट करके सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार कर रहा है। शहर के तमाम प्रतिष्ठित इज्जतदार लोगो की छवि धूमिल करके लतेंदर शर्मा ने अकूत दौलत कमा लिया है अभी हाली में इसके अब्बा जमशेद जिद्दी और लतेंदर एटीएम चोर शाहिद खान ने मिलकर सूरजकुंड चौकी के पास एक सिंघी के मकान के निर्माण को जीडीए से सेटिंग करके रोकवा दिया फिर शुरू हुआ वसूली का खेल सूत्र बताते है कि पांच लाख रुपये और कार देकर सिंधी भाई को छुटकारा मिला और लतेंदर क घर के बगल की रहने वाली इंद्रावती देवी को भी इन लोगो ने ब्लैकमेल करना चाहा उनका घर नही बनने दे रहे थे उस महिला ने एसएसपी से शिकायत किया तब जाकर जमशेद जिद्दी और लतेंदर शर्मा के खिलाफ शाहपुर थाने पर एफआईआर दर्ज हुआ ये तो सिर्फ दो मामले है इन हरामखोरो का लंबा चौड़ा इतिहास है अकूत दौलत को हासिल करके अय्याशी की जिंदगी जी रहा है इसके खिलाफ जिला प्रशासन को बड़ा कदम उठाने की जरूरत है।
सत्येंद्र शर्मा उर्फ लतेंदर शर्मा पर दर्ज हैं दर्जनों मुकदमे
सत्येंद्र शर्मा पर शाहपुर, गोरखनाथ, कैंट, गुलरिहा थाना , कोतवाली थाना आदि पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। खुदकुशी के लिए उकसाने, धमकी, रंगदारी, मारपीट, बलवा, जालसाजी और मेडिकल एक्ट का आरोपी सत्येंद्र खुद को पत्रकार बताकर समाज व अधिकारियों में भी धौंस जमाता है और धनउगाही का धंधा चलाता है इसके नाजायज पिता जमशेद जिद्दी और इसके नाजायज चचा राधेश्याम शेहरा और लतेंदर का नाजायज भाई शाहिद खान उर्फ एटीएम चोर मिलाकर रुपये वसूली के काम को अंजाम देते है