7वी अंतरराष्ट्रीय चोटी को फतह कर गोरखपुर पहुंचने पर अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही नीतीश सिंह का हुआ स्वागत
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर पूर्वांचल के लाल के नाम से विख्यात गोरखपुर के अंतराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह जी ने वियतनाम की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट फांसिपन (3143 मी.) एवं थाईलैण्ड की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट दोई इथानोंन (2565 मी.) पर भारत का तिरंगा लहराकर आज गोरखपुर आगमन पर पर्वतारोही नीतीश का गोरखपुर हवाई अड्डा पर सैकड़ो युवाओ एवं शहर वाशियो ने नीतीश का भव्य स्वागत व सम्मान किया।। उसी के साथ में मोहद्दीपुर, पैडलेगंज चौराहा, शास्त्री चौक पर भी स्वागत अभिनंदन किया गया।।
शास्त्री चौक प्रेस क्लब के पास में उन्होंने पत्रकार बंधुओ से बात करते हुए नीतीश सिंह ने कहा कि भारत का गौरवशाली तिरंगा जब विदेश की चोटियों पर लहराता है तो गर्व होता है।आज वियतनाम और थाईलैंड के देश को फतह करने के बाद गोरखपुर आने पर जो स्वागत सम्मान यहां के लोगों ने दिया उससे अभिभूत हु।।आगे भी ऐसे ही भारत का तिरंगा लहराता रहु इसके लिए प्रेरणा मिलती है।
नीतीश के स्वागत कार्यक्रम में पुनीत पांडेय, विशाल सिंह, नीरज सिंह, विवेक सिंह, मधुसूदन दास, विवेकानंद,आनंद सिंह,प्रमोद सिंह,संजय सिंह,अजय सिंह,राहुल वर्मा,रवि शुक्ला,आयुष द्विवेदी,कमलेश सिंह,विमलेश सिंह,अभिषेक सिंह,दिव्यांशु पाण्डेय, अमन सक्सेना,उत्कर्ष आदि उपस्थित रहे।।
नीतीश ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है।
नीतीश का अगला मिशन 1000 दिन में 100 अंतर्राष्ट्रीय चोटियों को फतह करना है यह मिशन सर्व शिक्षा अभियान के तहत अशिक्षित बच्चों को शिक्षित करने के लिए समर्पित होगा।।
पर्वतारोही नीतीश सिंह पुत्र शहीद सैनिक अमरजीत सिंह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के राजेंद्र नगर पश्चिमी न्यू कॉलोनी के निवासी हैं। उनका मूल निवास ग्राम सभा - रामपुर गोपालपुर (गोनरपुरा) विकासखंड - चरगांवा, जिला गोरखपुर है। इनके पिता शहीद लांस नायक अमरजीत सिंह कारगिल युद्ध के समय वाहन दुर्घटना मे शहीद हो गये थे।।
नीतीश सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई किये है।