लखनऊ में सिख समाज का सम्मेलन, अखिलेश यादव बोले – भाजपा की हार तय, किसान ही भारत की तरक्की की कुंजी
लखनऊ, 12 सितम्बर।
समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया सभागार में मंगलवार को आयोजित सिख समाज सम्मेलन में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग शामिल हुए। पूरा सभागार “बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” और “वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह” के नारों से गूंज उठा।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहुंचे। इस दौरान सिख समाज ने आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का संकल्प जताया।
अखिलेश यादव ने सिख समाज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सिख समुदाय बहादुरी, मेहनत और सेवा भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में सिखों ने अपनी मेहनत और बलिदान से पहचान बनाई है। उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में खेती-किसानी के क्षेत्र में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही है। उन्होंने लंगर परंपरा और गुरु नानक देव जी के विचारों को मानवता का मार्गदर्शन बताया।
भाजपा पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों का सबसे अधिक अपमान भाजपा सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुनाफाखोर पार्टी है, जबकि समाजवादी सरकार में किसानों के हितों की हमेशा रक्षा की गई। उन्होंने वादा किया कि समाजवादी सरकार बनने पर किसान फंड बनाया जाएगा और मंडियों का संचालन किसानों के हाथों में होगा।
सम्मेलन में सिख समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि समाजवादी सरकार के समय समुदाय को न्याय और सम्मान मिला। उन्होंने खाद की कालाबाजारी और एमएसपी की गारंटी जैसे मुद्दे उठाए और मांग की कि शहीद किसानों के परिवारों को न्याय मिले। साथ ही धार्मिक भेदभाव रोकने और सामाजिक सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर सिख समाज की ओर से अखिलेश यादव को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। वहीं, अखिलेश यादव ने भी कई सिख नेताओं और समाज के प्रतिनिधियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल समेत बड़ी संख्या में सिख समुदाय के प्रमुख लोग मौजूद रहे