यूनेस्को धरोहर रामलीला मैदान का सीओ ने किया निरीक्षण
जसवंतनगर। रविवार की देर शाम सीओ आयुषी सिंह ने थाना प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह के साथ विश्व प्रसिद्ध और यूनेस्को धरोहर सूची में शामिल मैदानी रामलीला मैदान का निरीक्षण किया। आगामी रामलीला महोत्सव को लेकर उन्होंने तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान लंका, अयोध्या मंच और युद्ध स्थल सहित पूरे मेला परिसर की सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं को विस्तार से परखा गया।
अधिकारियों ने डोले निकलने वाले मार्गों और उन स्थानों का विशेष निरीक्षण किया, जहाँ प्रतिवर्ष राम-रावण युद्ध जैसे प्रसंगों के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है। उन्होंने समिति पदाधिकारियों से बातचीत कर भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित कार्रवाई के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की।
सीओ आयुषी सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि रामलीला मेले के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि दर्शकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी और इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, बैरिकेडिंग, महिला उपनिरीक्षक सहित दो दर्जन महिला आरक्षी भी तैनात रहेंगी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और फायर ब्रिगेड की उपलब्धता के साथ महिलाओं की सुरक्षा की भी प्राथमिकता सुनिश्चित की जाएगी इस दौरान एंटी रोमियो स्कॉर्ट सिविल ड्रेस में कार्य करेगा।उन्होंने समिति सदस्यों से भी अपील की कि वे सहयोग करते हुए व्यवस्थाओं को मजबूत बनाएं।इस दौरान रामलीला मेला समिति के प्रबन्धक राजीव गुप्ता बबलू और उप प्रबंधक अजेन्द्र सिंह गौर ने अधिकारियों को बताया कि मेघनाथ वध, सीता हरण, लंका दहन और रावण वध जैसे प्रसंगों पर प्रतिवर्ष भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे अवसरों पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है।निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि इस बार रामलीला महोत्सव को लेकर सभी व्यवस्थाएं और सख्त निगरानी के इंतजाम समय रहते पूरे कर लिए जाएंगे। उनका कहना था कि परंपरा और आस्था से जुड़ा यह मेला जसवंतनगर की पहचान है और इसमें भाग लेने आने वाले दर्शकों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है।
फोटो:-रामलीला मैदान का निरीक्षण करती सीओ आयुषी सिंह।