हम भारती न्यूज़
मंडल ब्यूरो चीफ राजेश्वर सिंह
संभल से खास खबर
सम्भल ( बहजोई) 25 नवंबर 2025*
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन नेशनल इंस्टीट्यूट आफ सोशल डिफेंस एवं विद्या देवी चैरिटेबल ट्रस्ट और जनपद प्रशासन संभल द्वारा ट्रांसजेंडर अधिनियम 2019 पर कलक्ट्रेट सभागार में एक दिवसीय जागरूकता संवेदीकरण कार्यक्रम जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया के निर्देशन एवं मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल डिफेंस द्वारा नामित ट्रांसजेंडर रविना वहिर जी एवं विद्या देवी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं राष्ट्रीय सेवा भारती के महासचिव ऋषिपाल सिंह डडवाल जी प्रमुख वक्ता रहे।
कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य विकास अधिकारी एवं प्रमुख वक्ताओं द्वारा सर्वप्रथम माँ सरस्वती की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जनपद संभल में एबीसीडॉट कार्यक्रम संचालित है ए अर्थात एडिक्शन नशा मुक्त सम्भल, बी अर्थात बैगर्स भिखारी मुक्त सम्भल , सी अर्थात कैंसर मुक्त सम्भल तथा कैंसर रोगियों की सहायता डी अर्थात डिसएबल दिव्यांगजनों को सरकारी सुविधाओं का लाभ, ओ अर्थात ओल्डपर्सन वृद्धजनों को गोल्डन कार्ड एवं वृद्धावस्था पेंशन, टी अर्थात ट्रांसजेंडर अधिनियम 2019 की समस्त सुविधाओ से ट्रांसजेंडर्स को लाभान्वित करना एबीसी डॉट कार्यक्रम के अंतर्गत आज जनपद के समस्त ट्रांसजेंडर एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ भारत सरकार के अधिकारिक एवं न्याय मंत्रालय के अधीन ट्रांसजेंडर्स परिषद में विशेषज्ञ रविना वहिर एवं राष्ट्रीय सेवा भारती के महासचिव ऋषिपाल डडवाल एवं प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक सिन्हा ने ट्रांसजेंडर्स अधिनियम 2019 में प्रदत्त सुविधाओं पर पर मार्गदर्शन किया तथा विषय विशेषज्ञ रविना वहिर ने ट्रांसजेंडर्स को लेकर प्राचीन इतिहास में ट्रांसजेंडर्स के उल्लेख पर विस्तृत रूप से चर्चा की उन्होंने प्राचीन इतिहास में शिखंडी, इला देवी,अरावण आदि के विषय में बताया उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर रामायण काल ,महाभारत काल ,गुप्त काल आदि में भी महत्वपूर्ण भूमिका में रहे हैं समाज तथा राष्ट्र के लिए सदैव समर्पित रहे हैं रामायण काल में ट्रांसजेंडर्स में सरयू घाट पर भगवान राम का 14 वर्ष प्रतीक्षा की महाभारत काल में ट्रांसजेंडर शिखंडी ने सेनापति के रूप में भूमिका निभाई ब्रिटिश काल में स्वतंत्रता संग्राम में ट्रांसजेंडर्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई 1871 में ट्रांसजेंडर्स की भूमिका को समाप्त करने के लिए अंग्रेजों ने अधिनियम बना कानून बनाया । उन्होंने भारतीय संविधान के मूल अधिकारों अनुच्छेद 14,15,16,20,21 पर चर्चा की तथा धारा 377 के विषय में भी बताया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 2019 में ट्रांसजेंडर को तृतीय लिंग उभयलिंग के रूप में मान्यता दी है तथा आधार कार्ड जन्म प्रमाण पत्र एवं विभिन्न प्रकार की सुविधाओं को देते हुए समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का कार्य किया है ।
राष्ट्रीय सेवा भारती के महासचिव श्री ऋषिपाल सिंह डडवाल जी ने ट्रांसजेंडर परिषद में विशेषज्ञ रविना वहिर द्वारा ट्रांसजेंडर्स के लिए किये जाने वाले कार्यों तथा नालसा जजमेंट, किन्नर अखाड़ा, अब्राहम लिंकन, रामकृष्ण परमहंस आदि पर चर्चा की।
जिलाधिकारी द्वारा नामित ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रतिनिधि चाहत द्वारा भी सम्बोधित किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिनियम में वर्णित समस्त सुविधाओ का लाभ ट्रांसजेंडर्स को प्रदान किया जाए उन्हें मुख्य धारा में लाने एवं सामाजिक रूप से सम्मान तथा उत्थान प्रदान करने का कार्य किया जाए कार्यक्रम का संचालन डॉ एस एन शर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तरुण पाठक, जिला विद्यालय निरीक्षक सर्वेश कुमार अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सुनील प्रकाश, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा डीपीओ आईसीडीएस महेश कुमार ,नगर पालिका अध्यक्ष बहजोई राजेश शंकर राजू, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गवां अखिलेश अग्रवाल ,जिला समाज कल्याण अधिकारी तिनेज कुमार ,जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार ,जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी माधवी पाण्डेय, एवं जिला कृषि अधिकारी प्रबोध मिश्रा एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
जारी जिला सूचना कार्यालय सम्भल।

