11 साल के बच्चे को दो एथलीट अपहरण कर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मौसेरा भाई ही निकला मुख्य आरोपी, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा
फोन कर मांगी थी 2.5 लाख की फिरौती, साथियों को दे रहा था पुलिस और परिवार की जानकारी
एसपी नार्थ की देखरेख में सीओ चौरी चौरा, एसओ चौरी चौरा तथा सर्विलांस के मदद से अपहरण कर्ताओं को किया गिरफ्तार
हम भारती न्यूज़ से उत्तर प्रदेश चीफ व्यूरो प्रमुख धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की ख़ास ख़बर
गोरखपुर तरकुलहा मंदिर से अपहृत बच्चे सहित दो एथलीट अपहरणकर्ता को चौरी चौरा पुलिस ने 3 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार एसपी नार्थ ने 11 साल के बच्चे के अपहरण का चौंकाने वाला खुलासा किया है बच्चे का अपहरण उसके ही मौसेरे एथलीट भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया था अपहरण पुलिस ने बच्चे सहित दो आरोपियों को किया गिरफ्तार तीसरे की तलाश जारी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि घटना का पर्दाफाश करने वाली चौरी चौरा पुलिस टीम को 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा टीम में प्रभारी निरीक्षक वेदप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में 13 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था. एक महिला कांस्टेबल भी टीम का हिस्सा थी।
बुधवार को तरकुलहा देवी मंदिर में मनौती पूरा होने के बाद तरकुलहा मंदिर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था अपने 11 साल के बेटे के साथ दर्शन करने गया था परिवार बेटे को लेकर मनौती करने पहुंचा था इस दौरान शाम 4 बजे बच्चा अचानक लापता हो गया मामले की सूचना तुरंत चौरी चौरा थाने को दी गई परिवार के मोबाइल पर कुछ घंटे बाद एक कॉल आई फोन करने वाले ने कहा कि 'तेरे बेटे को किडनैप कर लिया है, अगर जिंदा देखना है तो शाम 6 बजे तक 2.5 लाख रुपये लेकर तैयार रहो'
परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित की गई इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से पता चला कि इस घटना में बच्चे का मौसेरा भाई पीयूष सिंह शामिल है पुलिस ने उसकी पहचान भी कर ली इसके बाद मुख्य आरोपी पीयूष सिंह और नेहा साहनी को गिरफ्तार कर लिया जबकि अभिषेक सिंह फरार हो गया. गुरुवार को पुलिस ने इस पूरी घटना का पर्दाफाश कर दिया।
साथियों के अलावा पीड़ित परिवार के भी संपर्क में था मुख्य आरोपी :पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि पीयूष ने अपने साथियों अभिषेक और नेहा साहनी की मदद से बच्चे का अपहरण कराया था पीयूष वाट्सएप के जरिए अभिषेक और नेहा से संपर्क में रहाnइसके अलावा पीड़ित परिवार के साथ भी मौजूद रहकर उनका दर्द बांटता रहा पीयूष पुलिस और परिवार की गतिविधि की जानकारी साथियों को देता रहा।
फिरौती की रकम के लिए फोन आने के कुछ देर बाद परिवार से सहानुभूति जताकर उसने उनसे एक लाख रुपये ले लिए ये रकम अपहरणकर्ताओं को देने की बात कहते हुए, वह घर से निकला।
पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीयूष जैसे ही अपने साथियों के पास पहुंचा, पुलिस ने नाकेबंदी कर कुछ ही घंटों में पीयूष सिंह और नेहा साहनी को दबोच लिया बच्चा भी सकुशल बरामद कर लिया गया जबकि अभिषेक फरार हो गया पुलिस ने एक लाख रुपये भी बरामद कर लिए. बच्चे को परिजनों को सौंप दिया गया पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, 2 मोबाइल फोन आदि भी बरामद किए हैंं. वहीं घटना में बच्चे के मौसेरे भाई को शामिल होने पर परिवार के लोग भी हैरान हैं