गोरखपुर विश्वविद्यालय में एडवोकेट राम प्रताप शुक्ल छात्रावास का हुआ लोकार्पण,100 छात्र रह सकेंगे
गोरखपुर/दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों को रविवार को एक और छात्रावास की सौगात मिल गई। राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल की निधि से 2.80 करोड़ से बने इस छात्रावास का लोकार्पण किया गया। इसका नाम एडवोकेट राम प्रताप शुक्ल छात्रावास रखा गया है। इसमें करीब 100 छात्र रह सकेंगे।
पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि इसका लोकार्पण करते हुए कहा कि इस छात्रावास का लोकार्पण करते हुए गर्व की अनुभूति कर रहे हैं। इसी विश्वविद्यालय से उन्होंने पढ़ाई लिखाई की। यहां की छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहा। आज यहां के लिए कुछ करने का मौका मिला है, यह महत्वपूर्ण है। भविष्य में भी गोरखपुर विश्वविद्यालय के लिए कुछ जरूरत पड़ी तो मैं जरूर करूंगा। अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने की।
डीडीयू में छात्रावास की कमी को देखते हुए वर्ष 2019 में तत्कालीन कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह ने राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल से छात्रावास बनाए जाने का आग्रह किया था। इसे देखते हुए शिव प्रताप शुक्ल ने अपनी सांसद निधि से 2.50 करोड़ रुपये छात्रावास के लिए देने की घोषणा की थी। 23 अक्तूबर 2019 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आई थीं। उसी दिन उन्होंने इस छात्रावास का शिलान्यास किया था। एक साल के अंदर इसे बनाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसके निर्माण में विलंब हो गया।
कौन थे एडवोकेट राम प्रताप शुक्ल
एडवोकेट स्व. राम प्रताप शुक्ल के नाम पर इस छात्रावास का नाम रखा गया है। स्व. शुक्ल खजनी क्षेत्र के रुद्रपुर गांव के निवासी थे।गोरखपुर दीवानी न्यायालय के बड़े अधिवक्ता थे। दीवानी कचहरी में बार एसोसिएशन के पदाधिकारी रहे। गोरखपुर से उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के उपाध्यक्ष बनने वाले पहले अधिवक्ता थे।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है छात्रावास
गौतम बुद्ध छात्रावास और नेपाली छात्रावास के बीच में बने इस छात्रावास पर कुल 279.84 लाख की लागत आई है। यह गोरखपुर का पहला छात्रावास है जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है। बाहर से लेकर अंदर तक बेहद खूबसूरत डिजाइन किया गया है। छात्रावास में छात्रों के लिए कुल 26 कमरे हैं। दो मंजिला इस छात्रावास में 13-13 कमरे ऊपर और नीचे हैं। प्रत्येक कमरे में चार छात्र रह सकेंगे। 4 टायलेट ब्लाक हैं। एक डायनिंग हाल, किचेन, स्टोर है। वार्डेन रूम अटैच्ड बाथरूम और किचेन है। आगंतुक के लिए अलग से एक कमरा बनाया गया है। इसमें बच्चों के अभिभावक ठहर सकेंगे। गार्ड रूम दो हैं। सभी छात्रों के लिए आलमारी लॉक के साथ है। पूरे छात्रावास के फर्श पर ग्रेनाइट लगाया गया है। बताते हैं कि बीटेक के छात्रों को यह छात्रावास आवंटित किया जा सकता है। हम भारती न्यूज से गोरखपुर जिला चीफ ब्यूरो धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव